जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है।
बस मेरे दिल में एक मलाल आता है।।
पकड़ा है हाथ तूने मेरे ही जिगरी दोस्त का।
क्यो किया ऐसा तूने,बस ये सवाल आता है।।
कर दू तेरी हत्या,बस उसके ही सामने ही।
कभी कभी मेरे मन में ये बबाल आता है।।
याद होगा तुझे,तूने दी थी प्यार की निशानी।
अब मेरे जहन में,तेरा दिया रुमाल आता है।।
देख कर तेरा चेहरा,कभी सकून मिलता था।
देखकर अब ये चेहरा,जैसे मुर्गा हलाल आता है।।
पूछे न कोई सवाल,ऐसा क्यों लिखा रस्तोगी ने।
लिखता तभी कोई,जब दिल में मलाल आता है।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम