जब भी कभी चुनाव
चली झूठ के नीर पर, नेताजी की नाव!
आये मेरे देश मे, जब भी कभी चुनाव!!
आते है इस देश मे, जब भी कभी चुनाव!
जाति -धर्म के नाम का,पकने लगे पुलाव! !
रमेश शर्मा.
चली झूठ के नीर पर, नेताजी की नाव!
आये मेरे देश मे, जब भी कभी चुनाव!!
आते है इस देश मे, जब भी कभी चुनाव!
जाति -धर्म के नाम का,पकने लगे पुलाव! !
रमेश शर्मा.