जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के चेहरे की मुस्कान हो जाएँ l आपकी निराशा खुद ही आशा मे परिणित हो जायेगी l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के चेहरे की मुस्कान हो जाएँ l आपकी निराशा खुद ही आशा मे परिणित हो जायेगी l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम