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23 Jul 2018 · 1 min read

पहली बूँद

जब बादल की पहली बूँद तपती धरा पर गिरती है।
तब धरा से एक सोंधी-सोंधी-सी खुश्बू उठती है।
इस खुश्बू पर मंत्र-मुग्ध कवि के मन में अनायास ही –
इन्द्रधनुषी रंगों वाली काव्य धारा फूट पड़ती है।
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
300 Views
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