जब पता चलेगा तुमको,
जब पता चलेगा तुमको,
जिस दुनिया मे तुम खोये रहते हो,
उसका कोई आधार नहीं,
देने को कोई जबाब नही,
पाने का कोई मुकाम नही,
लौट जाना तुम अपने घर को,
जहाँ जीवन की सच्चाई मालूम पड़े।
जब पता चलेगा तुमको,
जिस दुनिया मे तुम खोये रहते हो,
उसका कोई आधार नहीं,
देने को कोई जबाब नही,
पाने का कोई मुकाम नही,
लौट जाना तुम अपने घर को,
जहाँ जीवन की सच्चाई मालूम पड़े।