जब दिल बीमार होने लगता है तब किसी से प्यार होने लगता है
जब दिल बीमार होने लगता है
तब किसी से प्यार होने लगता है
जख़्म बार बार होने लगता है
दर्द सरे आम बाजार होने लगता है
ज़िन्दगी में खिलवाड़ होने लगता है
मरहम का इंतज़ार होने लगता है
बन्द आँखों में दिदार होने लगता है
दिन रात उसका इंतज़ार होने लगता है
फ़िज़ाओं में महक का एहसास होने लगता है
हर तरफ पास होने का एहसास होने लगता है
खुद में उसका अक्स संजोने लगता है
लबों में हमेशा उसका नाम होने लगता है
भूपेंद्र रावत
3।11।2017