जब तुम्हारी सरकार
जब तुम्हारी सरकार जायेगी,
जाने कौनसी हुकूमत आयेगी.
तुम से तो अच्छे ही तेवर होंगे.
जमीन भी होगी, जमीर भी होगा.
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जैसा देश, वैसा भेष, बहरूपिया होता,
जाकि खावे बाकली,गीत उसी के गाता,
खुद ही ढ़ोल, नगाड़े,बीन बाँसुरी बजाता.
मन मोहक मन की बातें कर बहकाता.