जब तुझे पता चल जायेगा
बहुत रोऐगी तू ।
न याद करती हो,
न भूल पाती हो ।
आखिर तुम मुझसे,
क्या चाहती हो ।
चाँहे तो भूल जाओ,
मुझे इस कदर ।
मेरे जीने और मरने की,
तुम्हें न हो फ़िकर ।
तुम शायद ही कभी,
समझ पाओगी मेरा प्यार ।
मेरे दिल के टुकडे समेटने,
आसमान भी आयेगा ।
बहुत रोऐगी तू,
जब तुझे पता चल जायेगा ।