जब तब देखा तुझे ___घनाक्षरी
जब तब देखा तुझे,बार बार देखा तुझे ।
तुझको तो देख कर, प्यार मुझे हो गया।।
गई गई नींद गई, अंखियों से नींद गई।
नई नई प्रीत के तो, सपनों में खो गया।।
छबि तेरी दिख जाए चैन मुझे मिल जाए।
तेरी गली आना जाना,काम मेरा हो गया।।
तुझे दूर से निहारु नाम तेरा मैं पुकारूं।
प्यार में क्या यही होता जैसा मुझे हो गया।।
राजेश व्यास अनुनय