जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे
जब तक हम जिंदा यहाँ पर रहेंगे, प्यार हमारा यह जिंदा रहेगा।
साथ रहेंगे हम दोनों तब तक, प्यार हमारा जब तक रहेगा।।
जब तक हम जिंदा यहाँ पर——————।।
कोशिश कितनी कर ले यह दुनिया, जुदा हमको करने के लिए।
कर ले सितम यह चाहे कितने, खत्म हमको करने के लिए।।
जब तक है दम आप मोहब्बत में, साथ हमारा बना रहेगा।
जब तक हम जिंदा यहाँ पर—————–।।
नहीं नाजायज प्यार हमारा, दिल से पवित्र प्यार है अपना।
अपने कदम नहीं रुकेंगे कभी, हम सच करेंगे अपना हर सपना।।
रोशन सूरज यह जब तक रहेगा, रोशन प्यार यह अपना रहेगा।
जब तक हम जिंदा यहाँ पर——————-।।
पूजेगी दुनिया प्यार हमारा, फूलों से स्वागत अपना करेगी।
करके यह याद प्यार हमारा, अपनी कहानी यह लहू से लिखेगी।।
फूलों में खुशबू जब तक रहेगी, चमन अपनी मोहब्बत का आबाद रहेगा।।
जब तक हम जिंदा यहाँ पर——————-।।
गायेंगे बागों में पंछी जब कोई गीत, बरसेगी मेघों से शबनम की बूंदें।
नाचेंगे मस्त होकर मोर- पपैया, होगी लबों पे जब स्मित की बूंदें।।
मौजूद जब तक यह हिन्द रहेगा, अमर जी.आज़ाद यह प्यार रहेगा।
जब तक हम जिंदा यहाँ पर——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)