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30 Nov 2024 · 1 min read

जब तक आप अपेक्षा में जिएंगे तब तक दुःख से मुक्त नहीं हो सकते

जब तक आप अपेक्षा में जिएंगे तब तक दुःख से मुक्त नहीं हो सकते है, हमें स्थिर होकर अपेक्षा से परे सोचना होगा।
~ रविकेश झा

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