जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां करती है।
दौड़ते गेंदों की रफ्तार से बेखबर, उनकी छलांगों में बसा है सच्चा अद्भुत अफसाना।
हर बल्लेबाज़ के मन में वो डर बिखेरते हैं, उनके गेंदों की तेजी से हर कोई घबराते हैं।
विकेटों की परछाईं में छिपा है उनका कारनामा, मोहम्मद शमी, है तुम महान गेंदबाज़, बड़ा है ये संकेत निशाना।
सभी को हैरत में डालते हैं उनके जद्दोजहद की कहानी, भारतीय क्रिकेट के इस सितारे की खूबियों को गाती है ये कविता नए जज़्बे और नयी जवानी।
साहील अहमद (कठिरांव वाराणसी)