Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2024 · 1 min read

जब कोई,

जब कोई,
आपकी कीमत न समझे,
तो उदास मत होना…
बस ये जान लेना,
कि कबाड़ी को कभी,
हीरे की परख नहीं होती !
जोहार साथियों

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नेताम आर सी
View all
You may also like:
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
जब कोई कहे आप लायक नहीं हो किसी के लिए
Sonam Puneet Dubey
◆आज की बात◆
◆आज की बात◆
*प्रणय प्रभात*
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
gurudeenverma198
लिखते रहिए ...
लिखते रहिए ...
Dheerja Sharma
vah kaun hai?
vah kaun hai?
ASHISH KUMAR SINGH
If our kids do not speak their mother tongue, we force them
If our kids do not speak their mother tongue, we force them
DrLakshman Jha Parimal
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
सत्य कुमार प्रेमी
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
भजन- कावड़ लेने आया
भजन- कावड़ लेने आया
अरविंद भारद्वाज
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
क्रोध
क्रोध
Mangilal 713
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
जिंदगी की राहों मे
जिंदगी की राहों मे
रुपेश कुमार
माना की आग नहीं थी,फेरे नहीं थे,
माना की आग नहीं थी,फेरे नहीं थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3226.*पूर्णिका*
3226.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुबह-सुबह की लालिमा
सुबह-सुबह की लालिमा
Neeraj Agarwal
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
एक अजीब कशिश तेरे रुखसार पर ।
एक अजीब कशिश तेरे रुखसार पर ।
Phool gufran
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
नूरफातिमा खातून नूरी
ज़रूरत के तकाज़ो
ज़रूरत के तकाज़ो
Dr fauzia Naseem shad
हिम्मत कर लड़,
हिम्मत कर लड़,
पूर्वार्थ
हम
हम
Adha Deshwal
57...Mut  qaarib musamman mahzuuf
57...Mut qaarib musamman mahzuuf
sushil yadav
"तू ठहरा सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
Loading...