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18 Aug 2024 · 1 min read

जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हा

जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हावी हो जाती है तो वो एक नए अपराध या स्वर्णिम इतिहास को जन्म देती है।
RJ Anand Prajapati

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