*जब अंतिम क्षण आए प्रभु जी, बॉंह थाम ले जाना (गीत)*
जब अंतिम क्षण आए प्रभु जी, बॉंह थाम ले जाना (गीत)
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जब अंतिम क्षण आए प्रभु जी, बॉंह थाम ले जाना
1)
छोड़ न देना मुझे कहीं, मॅंझधार बीच बहने को
झंझावातों के कठोरतम, भारी दुख सहने को
मुझे मुक्ति का मार्ग सरल निज, हाथों से दिखलाना
2)
सुनता हूॅं यह जीवन का पथ, अंतिम बहुत कड़ा है
श्वास-श्वास पर महाकाल का, पहरा वहॉं खड़ा है
सहज चलाना जीवन-नौका, मद्धिम पार लगाना
3)
मैं क्या जानूॅं पाप-पुण्य क्या, प्रभुजी तुम्हीं सहारा
जो कुछ मेरा कर्म समर्पित, किया तुम्हीं को सारा
अंत समय में भूल न जाना, पतवारों को लाना
4)
मार्ग कंटकाकीर्ण मिलेगा, लेकिन शूल न रखना
मैं शबरी के बेर प्यार के ,जैसा भी हूॅं चखना
महारात्रि भी कट जाएगी, बस प्रभु तुम मुस्काना
जब अंतिम क्षण आए प्रभु जी, बॉंह थाम ले जाना
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451