जबले जान रही ये जान (युगल गीत)
जबले जान रही ये जान (युगल गीत)
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नायक-
दुख के आन्ही आई चाहें बीपत के तूफान
साथ छूटी नाहीं तबले जबले जान रही ये जान
नायिका-
चाहें बैरी हो जाई हमनी के पुरा जहान
साथ छूटी नाहीं तबले जबले जान रही ये जान
नायक-
साथ ना छोड़ल जाई लोगवा रूठल बा तऽ रूठी
नायिका-
नाता जहिये टूटी तहिये सुन लऽ अरथी ऊठी
किरिया खा के करत बानीं ये सँइया ऐलान-
साथ छूटी नाहीं तबले जबले जान रही ये जान
नायिका-
का जाने काहें सब लोगवा चाहे साथ छोड़ावल
नायक-
आसान हवे ना दुनिया में केहू से नेह लगावल
बाकिर अब कुछु हो जाई हम तऽ लिहनी ठान-
साथ छूटी नाहीं तबले जबले जान रही ये जान
नायक-
जान मोर तहरे में बा ये जानेमन ई जानऽ
नायिका-
जानत बानी जान एक बा देहियो एके मानऽ
जिनिगी में हमरा तू आ के बनि गइलऽ भगवान-
साथ छूटी नाहीं तबले जबले जान रही ये जान
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 17/12/2008