“जन-जन के मोदी”
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।
भारत माता के चरणों में, सच्ची श्रद्धा है मोदी में ।।
समता, सेवा, श्रमसाधकता जिसके बल पर गर्वित भारत।
आशा, आकांक्षा, वत्सलता, जिसके दम पर हर्षित भारत।।
विश्वास, आत्मबल, साहस, संयम, निर्भयता है मोदी में ।
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।।
बैंकों की सह पर प्रचलित थी, मुद्रा की कालाबाजारी।
जनता के कर की चोरी कर, रँगदारी होती थी भारी ।।
जिन लोगों का बल चूर्ण हुआ, उनको दुविधा है मोदी में।
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।।
आतंकी अड्डों पर उस दिन, थोड़े से बम बरसाए थे ।
भारत माता के दुश्मन सब, मोदी जी से थर्राए थे ।।
सूरज के जैसे ताप सदा, घटता- बढ़ता है मोदी में।
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।।
बदली है राजनीति सारी, मोदी जी के शुभ- शासन में।
हो रहा स्वदेश आत्मनिर्भर, निर्धन भी खुश है आँगन में।।
आकाशमार्ग को छूने की, सुंदर प्रतिभा है मोदी में ।
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।।
मंदिर मुद्दा सुलझा झट से, कश्मीर समस्या सुलझ गई।
जलते हैं दुश्मन मोदी से, तलवार गले में अटक गई ।।
जन – जन के नायक हैं मोदी, भारत बसता है मोदी में ।
समयोचित निर्णय लेने की, अद्भुद क्षमता है मोदी में।।
जगदीश शर्मा सहज