Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2023 · 1 min read

जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।

जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।।

हृदय कामनागार तो, कामधेनु हैं आप।
एक छुअन भर आपकी, हर ले हर संताप।।

© सीमा अग्रवाल

1 Like · 260 Views
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

तुम अपनी शादी में बुलाना  मै  आऊंगा जरूर....
तुम अपनी शादी में बुलाना मै आऊंगा जरूर....
Vishal Prajapati
बातें करते प्यार की,
बातें करते प्यार की,
sushil sarna
नीरस जीवन
नीरस जीवन
Rambali Mishra
I love you Shiv
I love you Shiv
Arghyadeep Chakraborty
तन पर हल्की  सी धुल लग जाए,
तन पर हल्की सी धुल लग जाए,
Shutisha Rajput
गौरव से खिलवाड़
गौरव से खिलवाड़
RAMESH SHARMA
!! राम जीवित रहे !!
!! राम जीवित रहे !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
जय जवान जय किसान
जय जवान जय किसान
Khajan Singh Nain
एक तेरा दिल
एक तेरा दिल
Lekh Raj Chauhan
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
Rj Anand Prajapati
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
गुलें-ए-चमन
गुलें-ए-चमन
manjula chauhan
किरन्दुल
किरन्दुल
Dr. Kishan tandon kranti
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
Shweta Soni
Vo yaad bi kiy yaad hai
Vo yaad bi kiy yaad hai
Aisha mohan
गर्मी के दिन
गर्मी के दिन
जगदीश शर्मा सहज
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
Rajesh Kumar Arjun
2599.पूर्णिका
2599.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
Ajit Kumar "Karn"
Fragrance of memories
Fragrance of memories
Bidyadhar Mantry
तू जो कह दे
तू जो कह दे
Ruchika Rai
"" *माँ की ममता* ""
सुनीलानंद महंत
बात चली है
बात चली है
Ashok deep
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
*शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित
Ravi Prakash
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
तुम तो दमदार फुलझड़ी
तुम तो दमदार फुलझड़ी
Manoj Shrivastava
खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
विजय कुमार अग्रवाल
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
ओसमणी साहू 'ओश'
🙅FACT🙅
🙅FACT🙅
*प्रणय*
डूबे किश्ती तो
डूबे किश्ती तो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...