जन-गण-मन अमर ये गान रहे ___
जन-गण-मन अमर ये गान रहे-2
यह भारत देश महान रहे ।।
सरहद पर मर मिटने वाला
स्वर्णिम हर एक जवान रहे।।
हिमालय पर फहराए तिरंगा-2
भले कीमत इसकी जान रहे।।
यह भारत ——-महान रहे।
भौगोलिक इस नक्शे में अपनी इक नव पहचान रहे,
सिन्धु नदी के आर-पार तक पूरा हिन्दुस्तान रहे।।
गद्दारी करने वालों का शीष काटकर लायेंगे
चीन रहे अफगान रहे चाहे वह पाकिस्तान रहे।।
यह भारत——-महान रहे।
सीने पर गोली खाकर जय हिन्द का नारा ना भूले
वीर भगत आजाद के जैसी हर माँ की सन्तान रहे।।
सोने की इस चिड़िया पर गंगे माँ का वरदान रहे,
चाहेगा संदीप कि इस धरती पर सुखद विहान रहे।।
यह भारत देश महान रहे ।।
जन-गण-मन अमर ये गान रहे ।।
संदीप यादव
आजमगढ