जन्म दिन मुबारक हो
ज़र्रे ज़र्रे में शमाई है सनम की बो अदाएं
जन्म दिन मुबारक हो, दी थी कुछ दुआए
खामोशियां बेरुखी से सीखा “शिवी” मैने
जिन्दगी में भरा बिष भी पिया था मैने
उन लम्हों ने दी सफाई अपने आप की
आती है “याद” आज भी, अपने आप की
ज़र्रे ज़र्रे में शमाई है सनम की बो अदाएं
जन्म दिन मुबारक हो, दी थी कुछ दुआए
खामोशियां बेरुखी से सीखा “शिवी” मैने
जिन्दगी में भरा बिष भी पिया था मैने
उन लम्हों ने दी सफाई अपने आप की
आती है “याद” आज भी, अपने आप की