जन्म दिन का खास तोहफ़ा।
इस जन्म दिन का खास तोहफा हम कभी ना भूल पाएंगें।
इक मेरी खुशियों की खातिर बेटी ने अपनी गुल्लक फोड़ दी।।1।।
फरिश्ते सा दिल है उसका मांगता हैं दुआ में सब की खैर।
रिश्तों में मुहब्बत के लिए उसने अपनी हर ख्वाहिश छोड़ दी।।2।।
जिंदगी में जब बुरा वक्त आता है तो कोई ना साथ देता है।
देखों खिजा ए पतझड़ में हर पत्ती ने शाख ए शजर छोड़ दी।।3।।
कोई फर्क ना पड़ता है कि कौन तेज दौड़ता है कौन धीमा।
अपने गुमान में खरगोश सो गया और कछुए ने दौड़ जीत ली।।4।।
हर कोई ना जी पाता है इन परेशानियों के साथ दुनियाँ में।
परेशां होकर जिंदगी से उसने खुद ही सांसों की डोर तोड़ दी।।5।।
खुदाने लश्करे कौम ए फिरौन को पानी में गर्क कर दिया।
अदबसे रास्ता दिया सागर ने मूसाने जब इसमें छड़ी छोड़ दी।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ