जन्म कुंडली
सचमुच क्या
जीवन का वर्ष
वर्ष का वक्त
वक्त का अंजाम
अंजाम की कहानी
कहानी का सच
सच का सौन्दर्य
सौन्दर्य का झूठ
झूठ का फैलाव
फैलाव की कुंडली
कुंडली का लेख
लेख का लिखा
कुंडली की व्याख्याओं में
तलाशते हुए जीवन
जीवन में खोजते हुए
कुंडली
जाता है घट।
जीवन के एक छोर पर
खड़ा होकर
दूसरे छोर को देखना नहीं होता
आँकना नहीं होता
होता है एक अनुमान
अनुमान जिसकी कोई पक्की
छवि नहीं होती।
ब्रह्माँड का अस्तित्व है गति।
अतः ब्रह्माँड के स्वरूप का
हर क्षण बदल जाना
आवश्यक और स्वाभाविक
प्रक्रिया है।
इसलिए
जिसके जीवन में
है गति
कुंडली उसकी
है बेहतर।
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