Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2020 · 1 min read

जन्मोत्सव प्रभु श्री राम का

प्रभु आप तो रघुवंश हैं ईश्वर के अंश हैं
पूर्वज हमारे आप दशरथ के वंश हैं ,
प्रभु आपके धैर्य के आगे सबके शीश झुके हैं
प्रभु के घर में जन्मोत्सव मनाने को हम सब रूके हैं ,
प्रभु आप तो धीरज का पर्याय हैं
और हम अपने कर्मों से असहाय हैं ,
प्रभु थोड़ा वक्त और दीजिए
अपने भक्तों को क्षमा किजिए ,
हम भी अपना जन्म सवारेगें
आपको आपके घर में उतारेगें ,
युगों से जो आस सबकी लगी है
उसको पूरी करने में हमारी ही कमी है ,
प्रभु अब और धैर्य धरा जाता नही
ऐसा नही की हमारा आप से नाता नही ,
हम अपने इस कलयुग से लाचार हैं
खुद से खुद की लड़ाई से परेशान हैं ,
हम सब अब स्वयं के अहम से उपर उठेगें
और प्रभु आपको आपके घर में धरेगें ,
श्रद्धा से शीश नवा कर आपके चरणों में रखेगें
तभी हम सब कृतघ्न खुद को रामभक्त कहेगें ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 13 – 04 – 19 )

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
Manoj Mahato
पुकार
पुकार
Manu Vashistha
वक्त मिलता नही,निकलना पड़ता है,वक्त देने के लिए।
वक्त मिलता नही,निकलना पड़ता है,वक्त देने के लिए।
पूर्वार्थ
संतुलित रखो जगदीश
संतुलित रखो जगदीश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*पिचकारी 【कुंडलिया】*
*पिचकारी 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
कविता: स्कूल मेरी शान है
कविता: स्कूल मेरी शान है
Rajesh Kumar Arjun
💐प्रेम कौतुक-378💐
💐प्रेम कौतुक-378💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कौन है जिम्मेदार?
कौन है जिम्मेदार?
Pratibha Pandey
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
बस्ती जलते हाथ में खंजर देखा है,
ज़ैद बलियावी
ज़िंदादिली
ज़िंदादिली
Dr.S.P. Gautam
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Prakash Chandra
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
साल ये अतीत के,,,,
साल ये अतीत के,,,,
Shweta Soni
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
Arti Bhadauria
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की   कोशिश मत करना
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की कोशिश मत करना
Anand.sharma
अनजान बनकर मिले थे,
अनजान बनकर मिले थे,
Jay Dewangan
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
रावण का परामर्श
रावण का परामर्श
Dr. Harvinder Singh Bakshi
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
जब कभी मन हारकर के,या व्यथित हो टूट जाए
जब कभी मन हारकर के,या व्यथित हो टूट जाए
Yogini kajol Pathak
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
Rj Anand Prajapati
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"इस्राइल -गाज़ा युध्य
DrLakshman Jha Parimal
बृद्ध  हुआ मन आज अभी, पर यौवन का मधुमास न भूला।
बृद्ध हुआ मन आज अभी, पर यौवन का मधुमास न भूला।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
होली मुबारक
होली मुबारक
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कोई इंसान अगर चेहरे से खूबसूरत है
कोई इंसान अगर चेहरे से खूबसूरत है
ruby kumari
कभी-कभी
कभी-कभी
Sûrëkhâ Rãthí
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
Deepak Baweja
Loading...