जन्मोत्सव अंजनि के लाल का
राम दास और राम दुलारे।
राम को अपने हृदय धारे।।
राम भजन जो गाते हरदम।
राम बिना ना स्वास को धारे।।
राम हैं जिनमे राम के जो हैं।
राम पे हरदम वो हैं वारे।।
कहते उनको हनुमान हैं प्यारे।
राम के वो तो सबसे दुलारे।।
राम दास और राम दुलारे।
राम को अपने हृदय धारे।।
कौशल्या माँ के राम दुलारे।
माँ सीता को राम हैं प्यारे।।
लक्ष्मण के त्रिलोकी नाथा।
हनुमंत के वो सबसे खासा।।
राम हैं ज्योति तेज हनुमंता।
राम हैं दीपक तेल हनुमंता।।
राम दास और राम दुलारे।
राम को अपने हृदय धारे।।
चिरंजीवी हैं हनुमंत प्यारे।
चिर आयु हैं राम के प्यारे।।
संवेदना जो रखते इनसे।
वेदना ये हरते उनकी।।
शिव के 11वें रुद्र अवतारी।
शनि देव पर कृपा धारी।।
राम दास और राम दुलारे।
राम को अपने हृदय धारे।।
ललकार भारद्वाज