Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

जन्मदिवस विशेष 🌼

जन्मदिवस विशेष 🌼

आप जिस तरह बोलते हैं, बातचीत करते हैं, उसी तरह लिखा भी कीजिए। भाषा बनावटी नहीं होनी चाहिए।

~ महावीर प्रसाद द्विवेदी

97 Views

You may also like these posts

बार -बार दिल हुस्न की ,
बार -बार दिल हुस्न की ,
sushil sarna
है कर्तव्य हमारा
है कर्तव्य हमारा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है
Meenakshi Masoom
टूटा तारा
टूटा तारा
Karuna Bhalla
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
बृज की बात ये बृज के ग्वाल बाल बृज की हर नार पे प्रीत लुटावत
पं अंजू पांडेय अश्रु
क्या लिखूं?
क्या लिखूं?
अनिल "आदर्श"
"यह भी गुजर जाएगा"
Dr. Kishan tandon kranti
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
दोहे
दोहे
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने
हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने
Shekhar Chandra Mitra
वो पिता है साहब , वो आंसू पीके रोता है।
वो पिता है साहब , वो आंसू पीके रोता है।
Abhishek Soni
42...Mutdaarik musamman saalim
42...Mutdaarik musamman saalim
sushil yadav
जो भी मिलता है उससे हम
जो भी मिलता है उससे हम
Shweta Soni
::उद्देश्य::
::उद्देश्य::
जय लगन कुमार हैप्पी
भावुक हुए बहुत दिन हो गये..
भावुक हुए बहुत दिन हो गये..
Suryakant Dwivedi
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
Shiva Awasthi
उसे तो आता है
उसे तो आता है
Manju sagar
संगीत का महत्व
संगीत का महत्व
Neeraj Agarwal
24/232. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/232. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यूं सियासत ज़रा सी होश-ओ-हवास में करना,
यूं सियासत ज़रा सी होश-ओ-हवास में करना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देह मन्दिर को बनाकर पुजता मैं प्रेम तेरा
देह मन्दिर को बनाकर पुजता मैं प्रेम तेरा
Harinarayan Tanha
बाण मां सूं अरदास
बाण मां सूं अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बाल कविता: हाथी की दावत
बाल कविता: हाथी की दावत
Rajesh Kumar Arjun
तुम पर क्या लिखूँ ...
तुम पर क्या लिखूँ ...
Harminder Kaur
"करने वाला था नहीं, कोई दुआ-सलाम।
*प्रणय*
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
Sudhir srivastava
सब की नकल की जा सकती है,
सब की नकल की जा सकती है,
Shubham Pandey (S P)
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुख ,सौभाग्य और समृद्धि का पावन त्योहार
सुख ,सौभाग्य और समृद्धि का पावन त्योहार
Seema gupta,Alwar
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...