Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2021 · 1 min read

“जन्मदिन”(मुक्तक)***

“जन्मदिन” (मुक्तक)
?️?️?️?️?️?️

हरेक साल सबका जन्मदिन आता।
जन्मे जन में , ढेरों खुशियां लाता।
जब घट जाता, उम्र में से एक साल;
क्यों आखिर कोई जन्मदिन मनाता।

स्वरचित सह मौलिक
……✍️ पंकज “कर्ण”
कटिहार।।

Language: Hindi
9 Likes · 657 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज कुमार कर्ण
View all
You may also like:
कितनों की प्यार मात खा गई
कितनों की प्यार मात खा गई
पूर्वार्थ
तेरी मेरी ज़िंदगी की कहानी बड़ी पुरानी है,
तेरी मेरी ज़िंदगी की कहानी बड़ी पुरानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किताब
किताब
Neeraj Agarwal
I'm a basket full of secrets,
I'm a basket full of secrets,
Chaahat
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
shabina. Naaz
.
.
*प्रणय*
रोम-रोम में राम....
रोम-रोम में राम....
डॉ.सीमा अग्रवाल
" कथ्य "
Dr. Kishan tandon kranti
जीने का हक़!
जीने का हक़!
कविता झा ‘गीत’
इत्र   जैसा  बहुत  महकता  है ,
इत्र जैसा बहुत महकता है ,
Neelofar Khan
*छतरी (बाल कविता)*
*छतरी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
"प्यासा"के गजल
Vijay kumar Pandey
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियां और सम्भावनायें
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
शिव प्रताप लोधी
ज़िन्दगानी  में  ऐसा  हाल न हो ।
ज़िन्दगानी में ऐसा हाल न हो ।
Dr fauzia Naseem shad
*एकांत*
*एकांत*
जगदीश लववंशी
सफल हुए
सफल हुए
Koमल कुmari
*वो है खफ़ा  मेरी किसी बात पर*
*वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
हर मंजिल के आगे है नई मंजिल
कवि दीपक बवेजा
जरा- जरा सी बात पर,
जरा- जरा सी बात पर,
sushil sarna
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
अ ज़िन्दगी तू ही बता..!!
अ ज़िन्दगी तू ही बता..!!
Rachana
जब दिल लग जाये,
जब दिल लग जाये,
Buddha Prakash
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...