“जन्मदिन”(मुक्तक)***
“जन्मदिन” (मुक्तक)
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हरेक साल सबका जन्मदिन आता।
जन्मे जन में , ढेरों खुशियां लाता।
जब घट जाता, उम्र में से एक साल;
क्यों आखिर कोई जन्मदिन मनाता।
स्वरचित सह मौलिक
……✍️ पंकज “कर्ण”
कटिहार।।