जनेऊ के बाद का मेरा वह यात्रा
तिथि :- 14-05-2020
दिन :- वृहस्पतिवार
विधा :- यात्रा वृत्तांत
-: जनेऊ के बाद का मेरा वह यात्रा । :-
जनेऊ के बाद का मेरा वह यात्रा, क्या कहूं जनेऊ के बाद कलकत्ता तो आना ही रहा, आये और इस तरह आये कि पूछो मत , ट्रेन में इतना भीड़ की एक बार बैठने के बाद, उठना तो दूर की बात, झुकना भी मुश्किल रहा, आख़िर क्यों , इतना भीड़ अब पता चला कि कोरोना के कारण ,पर उस समय घोषणा हुआ रहा कि आज के बाद जयनगर से कोलकाता जाने की ट्रेन कुछ दिनों के लिए रद्द रहेगी, जिसका कारण यह बताया गया रहा कि बरौनी पास राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी के ग्राम सिमरिया घाट पर बनी हुई राजेन्द्र पुल की मरम्मत होगी, जिसके कारण न ही कलकत्ता से कोई ट्रेन आयेंगी ,और न ही उत्तर बिहार से कोई ट्रेन कोलकाता जायेगी, इसी कारण हम भी जल्दीबाजी में चल पड़े, हां और उसी दिन से कोलकाता से ट्रेन भी आना बंद हो गया रहा, शायद इसका यह कारण रहा होगा कि ट्रेन पूर्व रेलवे की होगी वह अपना अप डाउन दोनों मंगवाना चाहते होंगे, ये जानकारी हम रोशन को ईस्टर्न रेलवे स्काउट के सदस्य होने के कारण रहा , जो भी पर ऐसा यात्रा आज तक हम नहीं किये रहें, शाय़द ट्रेन को भी अपना भूमि से जाने का मन नहीं रहा होगा, बार-बार रुकती ही रही ,जो सिमरिया पुल रात को दस बजे पार करती लेती रही ,पर आज वह एक बजे पुल ही पार की. मतलब तीन घण्टे की देरी से चल रही थी, और देरी पर से देरी होती गई , पहले जो हावड़ा लोग सुबह आठ बजे पहुंच जाते रहे, सो आज उन्नीस मार्च के दोपहर के एक बजे पहुंचे ।
✍️ रोशन कुमार झा
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता
मो :-6290640716 कविता :-16(31)