Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2021 · 1 min read

जनवादी गीत

देखल जाव हमनी के
नेता लोग का करत बा
जीअत बा अबहीन ले
कि ऊ लोग मरत बा…
(१)
लागल बा देश के सेवा में
कि आपन जेब भरत बा…
(२)
आसमान छुवत महंगाई से
ऊ कवने आन लड़त बा…
(३)
कहीं बच्चा बिलखत बा
कहीं आनाज सड़त बा…
(४)
जात-पात के आगी में
आज पूरा देश जरत बा…
(५)
लेखक औरी पत्रकार तअ
सांच कहला से डरत बा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#FarmersProtest
#जनवादीगीतकार

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
377 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/180.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
जता दूँ तो अहसान लगता है छुपा लूँ तो गुमान लगता है.
शेखर सिंह
सहारे
सहारे
Kanchan Khanna
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
उन व्यक्तियों का ही नाम
उन व्यक्तियों का ही नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जबसे उनको रकीब माना है।
जबसे उनको रकीब माना है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Good Night
Good Night
*प्रणय*
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आप अभी बाहर जी रहे हैं, असली हीरा अंदर है ना की बाहर, बाहर त
आप अभी बाहर जी रहे हैं, असली हीरा अंदर है ना की बाहर, बाहर त
Ravikesh Jha
*प्यार का रिश्ता*
*प्यार का रिश्ता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
" प्रयास "
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
मृत्युभोज
मृत्युभोज
अशोक कुमार ढोरिया
2. *मेरी-इच्छा*
2. *मेरी-इच्छा*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
दीपावली पर बेबहर गज़ल
दीपावली पर बेबहर गज़ल
मधुसूदन गौतम
आंखों की भाषा
आंखों की भाषा
Mukesh Kumar Sonkar
मां कूष्मांडा
मां कूष्मांडा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
बारिशों  के  मौसम  में
बारिशों के मौसम में
shabina. Naaz
परीलोक से आई हो 🙏
परीलोक से आई हो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Dr अरुण कुमार शास्त्री
Dr अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इन्सान बन रहा महान
इन्सान बन रहा महान
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्यार या प्रतिशोध में
प्यार या प्रतिशोध में
Keshav kishor Kumar
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
Ajit Kumar "Karn"
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
Loading...