– जनता हुई बेईमान –
– जनता हुई बेईमान –
क्या करे श्रीमान,
जनता हुई बेईमान,
नेताजी को वोट चाहिए,
चाहे बदले जनता को नोट चाहिए,
नोट लेकर दे दो वोट,
पर वोट जरूर देना तुम,
यह तुम्हारा अधिकार,
जनता भी है बहुत चालाक,
नोट लेकर करती वोट,
देती नही नोट देने वाले को वोट,
नेताजी तुम यह कर लो कागज पर नोट,
विकास जो करेगा उसका है सम्मान,
जनता हुई बेईमान,
क्या करे श्रीमान,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान