Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
14 Followers
Follow
Report this post
4 Feb 2024 · 1 min read
जनता मुफ्त बदनाम
अपनी रोटी सेंकना
नेताओं का काम।
आका लूटे देश को,
जनता मुफ्त बदनाम।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
164 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
भारत में किसानों की स्थिति
Indu Singh
शमशान घाट
Satish Srijan
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
विषय- सत्य की जीत
rekha mohan
मन
Rambali Mishra
" साहित्य "
Dr. Kishan tandon kranti
क्या हसीन मौसम है
shabina. Naaz
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
सत्य कुमार प्रेमी
दोहा एकादश. . . . . सावन
sushil sarna
तरंगिणी की दास्ताँ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मुद्दतों बाद मिलते पैर लड़खड़ाए थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*चलता रहेगा विश्व यह, हम नहीं होंगे मगर (वैराग्य गीत)*
Ravi Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
नेता
Punam Pande
यमुना मैया
Shutisha Rajput
हम पे एहसान ज़िंदगी न जता,
Dr fauzia Naseem shad
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
Started day with the voice of nature
Ankita Patel
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
Ranjeet kumar patre
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
बाहर का मंज़र है कितना हसीन
Chitra Bisht
#सीधी_बात 👍
*प्रणय*
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है बस जागरूकता के साथ रूपांतरण करना
Ravikesh Jha
I remember you in my wildest dreams
Chaahat
पत्रिका प्रभु श्री राम की
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मां आई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सीरत
Nitin Kulkarni
4165.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...