जज्बात
बदल ली हैं दिशायें
जिन्दगी की हमने
लगा है ग्रहण आज भी
तेरे पाले मे ।
भुला दिये हैं गम
सब जिन्दगी के हमने
छलकते आंसू आज भी हैं
तेरी आंखों मे ।
बेदर्द दुनिया की फब्तियों को
दरकिनार किया है हमने
लगा है दाग आज भी
तेरे दामन मे ।
प्यार की लकीरो को
मिटा दिया है हमने
झिझक नजर आती है आज भी
तेरे जज्बातों मे ।।
राज विग 25.06.2020