जज़्बात
वो मेरे जज्बात नहीं समझते
साफ साफ कहता हूँ मगर बात नहीं समझते।
और जिसे हम अपना सब कुछ समझते है
वो हमें अपना कुछ नहीं समझते।।
वो मेरे जज्बात नहीं समझते
साफ साफ कहता हूँ मगर बात नहीं समझते।
और जिसे हम अपना सब कुछ समझते है
वो हमें अपना कुछ नहीं समझते।।