जग के पालनहार
जग के
खेवनहार
वृन्दावन के
पालनहार
गोपियों के प्रेमी
सदाबहार
पांडवों के
सलाहकार
महाभारत में
मचाया हाहाकार
भक्तों का
करते उद्धार
सुदामा मित्र के
मिलनसार
गीता के है
सर्वोत्तम
साहित्यकार
है सबके
प्यारे श्याम
रात हो
स्याह अधेरी
जब हो घिरे
संकटों से
न दिखे
राह कोई
आसान
याद करो
श्यामबिहारी को
कांटे संकट सब
राधा के हैं
प्यारे श्याम
यशोदा के
प्यारे लाल
वृन्दावनवासयों के
सखा साथी
दुष्ट कंस के
हैं संहारक
देते दुनियां को
मोक्ष ज्ञान
है सब के
ज्ञानी श्याम
नमो नमः
पूज्य श्याम
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल