Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

जग की तारणहारी

शीर्षक-जग की तारणहारी

नारी है जग निर्माता, नारी है भगवान की माता।
नारी ने बृह्माण्ड रचा, नारी जाति से है अस्मिता।।

लोक लाज़ के भय से, नारी ने अपमान सहा।
परिवार, समाज और देश के हित में, सदैव योगदान रहा।।

जिसने दिया जन्म,मानव तूने उसी पर कहर ढहा।
बाल विवाह, विधवा विवाह, पुनर्विवाह,दहेज प्रथा, अशिक्षा, अंधश्रद्धा के नाम पर होती रही स्वाहा।।

जागों – जागों नारी जाति, स्वाभिमान से जीना यहां।
है पुरुष प्रधान समाज, पर नारी बिन नहीं बजूद जहां।।

हिम्मत, साहस, धैर्य,वात्सल्य,ममता,
क्षमा,विनम्रता , करूणा की है तूं खान।
अबला नहीं सबला है तूं ,कर तूं अपनी पहचान।।

सरस्वती, लक्ष्मी,दुर्गा , अन्नपूर्णा, रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई, सीता,इंद्रा गांधी सब में विद्यमान तूं।
इतिहास है प्रमाण,हर युग में लें जन्म, करती रही जगत का कल्याण तूं।।

हूं मैं आधुनिक काल की नारी,हर क्षेत्र में है बर्चस्व हमारा।
नभ से लेकर भू तक, गुणगान कर रहा है जग सारा।।

मां,बेटी,बहन , पत्नी,बुआ, नानी, दादी, चाची, रचती है, भिन्न- भिन्न रिश्ते ,नारी।
समाज के रक्षक,मत करो अत्याचार, नहीं तो प्रकट होगी,लेकर नौ दुर्गा रूप नारी।।

साधना ,आराधना, वंदना ,पूजा ,आस्था,
आरती सभी जगह है अस्तित्व तेरा।
राष्ट्रीय महिला दिवस पर, साहित्य सुमन करूं समर्पित ,ये सौभाग्य है मेरा।।

हैं आधी आबादी नारी, एकजुट हो तू नारी।
स्वाभीमान के लिए ईंट से ईंट बजा देना, तूं है जग की तारणहारी।।

विभा जैन (ओज्स)
इंदौर ( मध्यप्रदेश)

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया
Radhakishan R. Mundhra
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
Keshav kishor Kumar
पूर्व दिशा से सूरज रोज निकलते हो
पूर्व दिशा से सूरज रोज निकलते हो
Dr Archana Gupta
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
Shweta Soni
" लोग "
Chunnu Lal Gupta
ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ
ग़ज़ल/नज़्म : पूरा नहीं लिख रहा कुछ कसर छोड़ रहा हूँ
अनिल कुमार
रंग जीवन के
रंग जीवन के
kumar Deepak "Mani"
होली आई रे
होली आई रे
Mukesh Kumar Sonkar
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
दिखाने लगे
दिखाने लगे
surenderpal vaidya
देखी नहीं है कोई तुम सी, मैंने अभी तक
देखी नहीं है कोई तुम सी, मैंने अभी तक
gurudeenverma198
भिखारी का बैंक
भिखारी का बैंक
Punam Pande
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
अमरत्व
अमरत्व
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"इस पृथ्वी पर"
Dr. Kishan tandon kranti
#प्रभा कात_चिंतन😊
#प्रभा कात_चिंतन😊
*प्रणय प्रभात*
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
"चालाकी"
Ekta chitrangini
अरे रामलला दशरथ नंदन
अरे रामलला दशरथ नंदन
Neeraj Mishra " नीर "
वो लड़की
वो लड़की
Kunal Kanth
हालात भी बदलेंगे
हालात भी बदलेंगे
Dr fauzia Naseem shad
*करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)*
*करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
केही कथा/इतिहास 'Pen' ले र केही 'Pain' ले लेखिएको पाइन्छ।'Pe
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
प्यारा भारत देश है
प्यारा भारत देश है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दुनिया कितनी निराली इस जग की
दुनिया कितनी निराली इस जग की
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
2512.पूर्णिका
2512.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
सीढ़ियों को दूर से देखने की बजाय नजदीक आकर सीढ़ी पर चढ़ने का
Paras Nath Jha
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
हो गया जो दीदार तेरा, अब क्या चाहे यह दिल मेरा...!!!
AVINASH (Avi...) MEHRA
Loading...