Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2024 · 1 min read

“जगह-जगह पर भीड हो रही है ll

“जगह-जगह पर भीड हो रही है ll
जान की कीमत क्षीर्ण हो रही है ll

झूठ की राह बहुत चौंडी है,
सच की संकीर्ण हो रही है ll

इंसान को भगवान लिख-लिखके,
नफरती दुनिया उत्तीर्ण हो रही है ll

धर्म के चंद अंधों को पचेगी नहीं,
मेरी बात उन्हें अजीर्ण हो रही है ll

‘भीड जाए भाड में’, एक चरितार्थ कहावत थी,
आधुनिक युग में यह कहावत जीर्ण हो रही है ll”

41 Views

You may also like these posts

"आजादी जिन्दाबाद"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम रंगरेज..
तुम रंगरेज..
Vivek Pandey
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
Where have you gone
Where have you gone
VINOD CHAUHAN
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हा
जब इंसान को किसी चीज की तलब लगती है और वो तलब मस्तिष्क पर हा
Rj Anand Prajapati
हिंग्लिश
हिंग्लिश
Shailendra Aseem
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*जंगल की आग*
*जंगल की आग*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उलझता रहता है हर कोई यहां इश्क़ की चाहतों में।
उलझता रहता है हर कोई यहां इश्क़ की चाहतों में।
Manisha Manjari
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
Dr Archana Gupta
4699.*पूर्णिका*
4699.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रकृति की सुंदरता देख पाओगे
प्रकृति की सुंदरता देख पाओगे
Sonam Puneet Dubey
Shiri Ganesh vandna..
Shiri Ganesh vandna..
Sartaj sikander
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मन भारी है
मन भारी है
Ruchika Rai
**मन में चली  हैँ शीत हवाएँ**
**मन में चली हैँ शीत हवाएँ**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
VOICE OF INTERNAL SOUL
VOICE OF INTERNAL SOUL
SURYA PRAKASH SHARMA
गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी...
गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी...
आर.एस. 'प्रीतम'
सीखो मिलकर रहना
सीखो मिलकर रहना
gurudeenverma198
कविता – खुजली और इलाज
कविता – खुजली और इलाज
Dr MusafiR BaithA
कुंडलिया - होली
कुंडलिया - होली
sushil sarna
दिल तोड़ कर मेरा
दिल तोड़ कर मेरा
लक्ष्मी सिंह
अनुरक्ति की बूँदें
अनुरक्ति की बूँदें
singh kunwar sarvendra vikram
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राम सिया की होली देख, अवध में हनुमंत लगे हर्षांने।
राकेश चौरसिया
नई नई आंखे हो तो,
नई नई आंखे हो तो,
पूर्वार्थ
सिलसिला
सिलसिला
Ruchi Sharma
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
Loading...