जख्म
हर इंसान अपने आप मे जख्मी है
किसी को हालात ने जख्मी किया है
किसी को अपनो ने
यह अलग बात है कि
हालात के जख्म समय भर देता है
और अपनो का जख्म जीवन भर
नासूर बनकर चुभते रहता है।
~अनामिका
हर इंसान अपने आप मे जख्मी है
किसी को हालात ने जख्मी किया है
किसी को अपनो ने
यह अलग बात है कि
हालात के जख्म समय भर देता है
और अपनो का जख्म जीवन भर
नासूर बनकर चुभते रहता है।
~अनामिका