कोई क्यूॅं कर जंग करे
दिल की तनहाइयों से कोई क्यूॅं कर जंग करे
दिल का ये भी एक दिलकश रंग है इसे भी कोई क्यूॅं कर तंग करे
हिज्र के बाहों में अकसर ही खिलते हैं पीत फूल
गुलाबी रंग के चाहत में इन संग रिश्ता भी कोई क्यूॅं कर भंग करे
~ सिद्धार्थ
दिल की तनहाइयों से कोई क्यूॅं कर जंग करे
दिल का ये भी एक दिलकश रंग है इसे भी कोई क्यूॅं कर तंग करे
हिज्र के बाहों में अकसर ही खिलते हैं पीत फूल
गुलाबी रंग के चाहत में इन संग रिश्ता भी कोई क्यूॅं कर भंग करे
~ सिद्धार्थ