” जंगल की दुनिया “
दुनिया जंगल की बड़ी ही विचित्र
सुनते आए हम बचपन से कहानी
रात को सोने से पहले घेरे में बैठकर
सभी ने सुनी दादी नानी की जुबानी,
बड़े और खूंखार जानवर वहां बसते
शेर गुपचुप रखता सबकी निगरानी
फल फूलों से लदे खड़े हैं पेड़ पौधे
बादल राजा रखे वहां अपनी मेहरबानी,
सरोवर पर अपनी बारी का इंतजार कर
तृप्त होकर बड़े छोटे सब पीते हैं पानी
आपस में लड़ते कभी प्यार करते, लेकिन
नरदुश्मन को मिलकर याद दिलाएं नानी,
आपसी तालमेल का मिलता है फायदा
नहीं पड़ती बैरी समक्ष उन्हें मुंह की खानी
सामर्थ्य अनुसार बांटकर अपना काम करते
सभी मिलकर चुनते फिर राजा और रानी,
ईमानदारी से सभी करें निज कर्तव्य पूर्ण
किसी की भी नहीं चलती फिर मनमानी
डर, भय, रोमांच और उत्सुकता से परिपूर्ण
मीनू पूनिया ने सुनाई आज जंगल की कहानी।
Dr.Meenu Poonia