Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2020 · 1 min read

छोड़ दूंगी तुम्हें भी

छोड़ दूंगी तुम्हें भी
जरा सांसों का साथ तो छूटने दो
वो इक गली है जो मेरे दिल के अंदर
बिखरा है जहां तेरे यादों का समंदर
हर एक बूंद यादों का दर्द की सोहबत में सूखने तो दो
नभ में फैले हैं देखो तो कितने तारे
कुछ कम कुछ ज्यादा उजियारे
कुछ पंक्तियों में सजे खड़े हुए है
कुछ पुतलियों पे ऑंजे हो जैसे स्वपन तिहारे
इन स्वपनो को टूट कर बिखरने तो दो
ऐ रात के मुसाफिर मुझको पहले मरने तो दो
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
1 Like · 274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
কুয়াশার কাছে শিখেছি
কুয়াশার কাছে শিখেছি
Sakhawat Jisan
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
नौकरी न मिलने पर अपने आप को अयोग्य वह समझते हैं जिनके अंदर ख
Gouri tiwari
गुजार दिया जो वक्त
गुजार दिया जो वक्त
Sangeeta Beniwal
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
ज़िंदगी खुद ब खुद
ज़िंदगी खुद ब खुद
Dr fauzia Naseem shad
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
तुमको कुछ दे नहीं सकूँगी
Shweta Soni
"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-497💐
💐प्रेम कौतुक-497💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं
दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं
shabina. Naaz
प्रहार-2
प्रहार-2
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
2909.*पूर्णिका*
2909.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी रातों की नींद क्यों चुराते हो
मेरी रातों की नींद क्यों चुराते हो
Ram Krishan Rastogi
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana जिनका जीवन समर्पित है जनसेवा के लिए आखिर कौन है शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana ?
Bramhastra sahityapedia
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
Tushar Jagawat
दोहा मुक्तक
दोहा मुक्तक
sushil sarna
बरसात
बरसात
Swami Ganganiya
तू ही बता, करूं मैं क्या
तू ही बता, करूं मैं क्या
Aditya Prakash
कैसे कहूँ किसको कहूँ
कैसे कहूँ किसको कहूँ
DrLakshman Jha Parimal
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
Raazzz Kumar (Reyansh)
“मैं सब कुछ सुनकर भी
“मैं सब कुछ सुनकर भी
दुष्यन्त 'बाबा'
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
ऋतु परिवर्तन
ऋतु परिवर्तन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रंजिशें
रंजिशें
AJAY AMITABH SUMAN
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
जरूरत के हिसाब से सारे मानक बदल गए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दूजी खातून का
दूजी खातून का
Satish Srijan
खेल करे पैसा मिले,
खेल करे पैसा मिले,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (3)
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (3)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...