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19 Apr 2023 · 1 min read

छोड़ कर मुझे कहा जाओगे

छोड़ कर मुझे कहा जाओगे
ये मौसम की रूहानियत से कहा जाओगे
हा शोहरत व दोलत तो पाओगे
मगर अपने दिल से बगावत कर ! तो पाओगे

छोड़ कर मुझे भूल जाओगे
मोहब्बत में गुजरी वो शाम भूल पाओगे
हमसफर तो किसी को बना ही लोगे
पर कभी सामना हुआ तो ! खुद को रोक पाओगे

बिछड़ कर मुझसे जीतो पाओगे
वो हमारे नैनमटके भुला तो पाओगे
हा! अब दुनियाँ से नजरे तो चुरा ही लोगे
मगर खुद से ! भी क्या नजरे मिला पाओगे

अनिल चौबिसा
9829246588

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