छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
तूं नहीं जाम हैं अब मेरे वास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम……….
तुझको खुशियाँ मिले ये दुआ है मेरी
रह गए हैं सनम गम मेरे वास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम……….
कैसे तन्हाँ रहूँगा मैं ना तुम सोचना ये
है मगर सारी दुनिया तेरे वास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम…………
तुमने तोड़ा जो दिल है शिकवा नहीं
तेरी यादें बहुत अब मेरे वास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम………..
याद रखना किसी रोज होगा मिलन
क्या हुआ गर जुदा हैं मेरे रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम………..
सोच कर बेवफा मैं भूल जाऊँ तुम्हे
‘V9द’ मुंकिन नहीं ये मेरे वास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम…………
स्वरचित
V9द चौहान