Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
शेखर सिंह
20 Followers
Follow
Report this post
22 Apr 2024 · 1 min read
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
के यादों का बोझ की कितना भारी हुआ करता है.!
Tag:
Quote Writer
Like
Share
125 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
प्रभु की माया
अवध किशोर 'अवधू'
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*हे तात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#शीर्षक:-बहकाना
Pratibha Pandey
युग प्रवर्तक नारी!
कविता झा ‘गीत’
कहती रातें...।
*प्रणय*
प्रकृति और मानव
Rahul Singh
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
खुशियों को समेटता इंसान
Harminder Kaur
यूँ तो इस पूरी क़ायनात मे यकीनन माँ जैसा कोई किरदार नहीं हो
पूर्वार्थ
4301.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक " जिंदगी के मोड़ पर " : एक अध्ययन
Ravi Prakash
"UG की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
ग़ज़ल _जान है पहचान है ये, देश ही अभिमान है ।
Neelofar Khan
आसान नहीं होता घर से होस्टल जाना
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मां की महत्ता
Mangilal 713
दोहा
Sudhir srivastava
सर्द आसमां में दिखती हैं, अधूरे चाँद की अंगड़ाईयाँ
Manisha Manjari
सजल
seema sharma
सहज सरल प्रयास
Mahender Singh
"My friend was with me, my inseparable companion,
Chaahat
मेरे मालिक मेरी क़लम को इतनी क़ुव्वत दे
Dr Tabassum Jahan
फर्क
ओनिका सेतिया 'अनु '
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
क्या खोया क्या पाया
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
झूठे सपने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
समावेशी शिक्षा
Dr. Kishan tandon kranti
अगर हो हिंदी का देश में
Dr Manju Saini
Loading...