:छोटी सी जिंदगी गुजर जाती है:
व्यक्ति की अभिव्यक्ति
कुछ न कुछ कह जाती है ।
किसी के मन को भाती है।
किसी को वह खल जाती है।
शिकवा शिकायत में ही यारों,
छोटी सी जिंदगी गुजर जाती है।।
जितने मानव उतनी बात, विचार बहुत कम मिलते है।
किसी के किसी के साथ !!!!
मैं सच्चा, मैं अच्छा,
वाणी सब की आवाज लगाती है।
शिकवा शिकायत में ही यारों ।
छोटी सी जिंदगी गुजर जाती है ।।
बातें अच्छी सब की माने,
बुरी को दें हम तो जाने।
अनुनय कभी न कोई,
अपनी-अपनी ताने।
जिंदगी जीने का आनंद दे जाती है,
न बीते शिकवा शिकायत में जिंदगी,
क्या पता फिर आती है या न आती है ।।
राजेश व्यास अनुनय