Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2022 · 1 min read

छूकर तुमको

छूकर तुमको
जानना चाहता हूं मैं
तुम्हारा वह जादू और
हुनर कि मिट्टी को तुम
सोने में कैसे बदलते हो
अपने बदन पर गिरती
धूप को तुम
एक सुनहरी गोटे की किनारी से लिपटे आंचल से
कैसे ढकते हो
आसमान के तन से
जमीन के मन से और
अपनी रूह से तुम
रिश्ते कैसे निभाते हो
उनके बीच एक सामंजस्य कैसे
बिठाते हो
कैसे हो जाते हो
चांदनी रात में
चांद के रथ पर सवार और
दूर कहीं
परियों के देश की तरफ
उड़ जाते हो
कैसे सुबह फिर से उतर आते हो
एक चांदी की ओस की बूंद से
और अपने ही लिबास को कहीं
ओढ़कर
उससे लिपटकर
उसमें कहीं छिपकर
उसके आगोश में ही कहीं समा
जाते हो
हर सुबह दिखते हो
एक सूरज की उगती
नई तस्वीर से तुम
रात को ठंडी जो पुरवाई चले तो
मेरे मन को छूकर
निकलते
मेरे कानों में अपनी
कौन सी पिछले जन्म की
कोई नई सी अनुभूति देती
एक दो बिछड़े दिलों को
मिलाती हुई
कोई प्रेम कहानी सुना जाते हो।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 171 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
" दोषी "
Dr. Kishan tandon kranti
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
संसार एवं संस्कृति
संसार एवं संस्कृति
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
..
..
*प्रणय*
इश्क़ का क्या हिसाब होता है
इश्क़ का क्या हिसाब होता है
Manoj Mahato
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
उत्थान राष्ट्र का
उत्थान राष्ट्र का
इंजी. संजय श्रीवास्तव
माटी
माटी
AMRESH KUMAR VERMA
करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप।
करना है कुछ खास तो, बनो बाज से आप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दर्द की धुन
दर्द की धुन
Sangeeta Beniwal
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है।
वो केवल श्रृष्टि की कर्ता नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
मन भर बोझ हो मन पर
मन भर बोझ हो मन पर
Atul "Krishn"
* साथ जब बढ़ना हमें है *
* साथ जब बढ़ना हमें है *
surenderpal vaidya
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
***वारिस हुई***
***वारिस हुई***
Dinesh Kumar Gangwar
घाटे का सौदा
घाटे का सौदा
विनोद सिल्ला
नशीली आंखें
नशीली आंखें
Shekhar Chandra Mitra
*चेतना-परक कुछ दोहे*
*चेतना-परक कुछ दोहे*
Ravi Prakash
जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो
जिसको जीवन का केंद्र मान कर प्रेम करो
पूर्वार्थ
*कलम उनकी भी गाथा लिख*
*कलम उनकी भी गाथा लिख*
Mukta Rashmi
तेरे जाने का गम मुझसे पूछो क्या है।
तेरे जाने का गम मुझसे पूछो क्या है।
Rj Anand Prajapati
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
हिमांशु Kulshrestha
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
SHAMA PARVEEN
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
VINOD CHAUHAN
*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
पुष्प
पुष्प
Dhirendra Singh
3839.💐 *पूर्णिका* 💐
3839.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...