Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2021 · 1 min read

छायी है बदरी घनी,बारिश है चहुँ ओर।

कुण्डलिया।

छायी बदरी है घनी,बारिश है चहुँओर।
घोर घटा घन बीच है , चपला चमके जोर।
चपला चमके जोर, चाँदनी चमके जैसे।
करके घन की ओट,शर्म से दमके वैसे।
कहें प्रेम कविराय,छटा सतरंगी आयी।
हरियाली के मध्य ,दिलों में मस्ती छायी।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम।
वरिष्ठ परामर्श दाता, प्रभारी रक्तकोष।
जिला चिकित्सालय, सीतापुर।
मौलिक रचना

2 Likes · 6 Comments · 304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
स्त्री
स्त्री
Dr.Pratibha Prakash
अगर न बने नये रिश्ते ,
अगर न बने नये रिश्ते ,
शेखर सिंह
अबूझमाड़
अबूझमाड़
Dr. Kishan tandon kranti
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
देश के रास्तों पर शूल
देश के रास्तों पर शूल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
पूर्वार्थ
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
Sonam Puneet Dubey
एक वो भी दौर था ,
एक वो भी दौर था ,
Manisha Wandhare
3297.*पूर्णिका*
3297.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
Surya Barman
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
Dr. Man Mohan Krishna
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
AJAY AMITABH SUMAN
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
हँसती है कभी , रुलाती भी है दुनिया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अब मत पूछो
अब मत पूछो
Bindesh kumar jha
उत्तर
उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
Ranjeet kumar patre
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कवि दीपक बवेजा
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
गमे दर्द नगमे
गमे दर्द नगमे
Monika Yadav (Rachina)
कुप्रथाएं.......एक सच
कुप्रथाएं.......एक सच
Neeraj Agarwal
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं)
ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं)
SURYA PRAKASH SHARMA
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
सत्ता अपनी सुविधा अपनी खर्चा सिस्टम सब सरकारी।
*प्रणय*
झूठे हैं सब कहकहे,
झूठे हैं सब कहकहे,
sushil sarna
Loading...