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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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8 Feb 2024 · 1 min read
छप्पन भोग
सादा जीवन जी रहे,
ऊँचे कद के लोग।
जमकर खूब उड़ा रहे,
भूखे छप्पन भोग।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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