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10 Oct 2022 · 1 min read

*छतरी ने कमाल दिखलाया (बाल कविता)*

छतरी ने कमाल दिखलाया (बाल कविता)

छतरी ने कमाल दिखलाया
बारिश का सब गर्व ढहाया

छतरी जब तक पास हमारे
बारिश से हम कभी न हारे

छतरी को हाथों से ताना
बारिश से फिर क्या घबराना

छतरी जब तक तनी रहेगी
बारिश कुछ भी नहीं कहेगी

बारिश क्या कुछ कर पाएगी
छतरी से रुक-रुक जाएगी

पढ़ने सब विद्यालय जाऍं
वर्षा ऋतु में छतरी लाऍं

रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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