*छतरी ने कमाल दिखलाया (बाल कविता)*
छतरी ने कमाल दिखलाया (बाल कविता)
छतरी ने कमाल दिखलाया
बारिश का सब गर्व ढहाया
छतरी जब तक पास हमारे
बारिश से हम कभी न हारे
छतरी को हाथों से ताना
बारिश से फिर क्या घबराना
छतरी जब तक तनी रहेगी
बारिश कुछ भी नहीं कहेगी
बारिश क्या कुछ कर पाएगी
छतरी से रुक-रुक जाएगी
पढ़ने सब विद्यालय जाऍं
वर्षा ऋतु में छतरी लाऍं
रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451