छठ महापर्व
सुन्दर पावन पुनीत बेला।
चहुँओर दृश्य हर्षित रैला।।
आदित्य देव का हो रहा अवतरण ।
उल्लासित दिख रहा खग-वृंद जन।।
है विस्तारित चहुँओर सहस्त्ररश्मि की लालिमा।
विध्वंशित हो गयी चहुँओर पाप की कालिमा।।
सज गये सबके घर-आँगन ।
लग रहा यह दृश्य मनभावन ।।
चारों ओर प्रकाशित हैं अनगिनत धूपदान।
व्यस्त हैं सब जन करने में अर्घ्य ध्यान।।