छंद
आये माटी की सुगंध भीनी भीनी मंद मंद,
देख घन की किलोल मन गाने लगा छंद।
यारो मानो मेरी बात आओ मेरे संग संग,
करलें अच्छे कुछ काम उठी दिल में उमंग।
आये माटी की सुगंध भीनी भीनी मंद मंद,
देख घन की किलोल मन गाने लगा छंद।
यारो मानो मेरी बात आओ मेरे संग संग,
करलें अच्छे कुछ काम उठी दिल में उमंग।